हरभरा पिकातील एकात्मिक पिक व्यवस्थापन
पिकांचे / जातीचे नाव |
अधिसुचित संस्था |
प्रकाशित वर्ष |
बियाणे दर (किलो/हेक्टर) |
कालवधी (दिवस) |
वाणांचे गुणधर्म |
सरासरी उत्पन्न (क्विंटल/हेक्टर) |
विजय |
म. फु. कृ. वि., राहुरी |
१९९३ |
६० |
१०५ ते ११० |
लवकर येणारे वाण, कोरडवाहु तसेच वेळेवर उशिरा बागायती लागवडीकरीता योग्य, मर रोगास प्रतिबंधक, फिक्कट करडया रंगाचे दाणेे |
१४ ते १५ |
विशाल |
म. फु. कृ. वि., राहुरी |
१९९५ |
६० |
१०५ ते ११० |
मर रोगास प्रतिकारक्षम, आकर्षक पिवळे टपोरे दाणे, अधिक बाजारभाव, दाण्याचा रंग लाल. |
१४ ते १५ |
पीकेव्ही काबुली-२ |
डॉ. पं दे कृ वि., अकोला |
२००० |
७५ |
१०० ते १०५ |
झाडाची उंची ५५ ते ६५ सें.मी, हिरवे खोड, लांबट पाने, निमपसरी वाढ, पांढरी फुले, जास्त मोठे घाटे, पांढ-या रंगाचे टपोरे दाणे, मर रोग प्रतिकारक. |
१८ ते २० |
विराट |
म. फु. कृ. वि., राहुरी |
२००१ |
६० |
१०८ ते ११८ |
झाडाची उचीं ३४ ते ४४ सें.मी., पसरट फिक्कट पिवळी पाने, निमपसरी वाढ, पांढरी फुले, काबुली वाण, ८१.२० टक्के डाळ उतारा, मर रोग प्रतिकारक. |
१६ ते २० |
पीडीकेव्ही कांचन |
डॉ. पं दे कृ वि., अकोला |
२०१८ |
६० |
१०० ते ११० |
अधिक उत्पादन देणारा व लवकर परिपक्व होणारा वाण, मध्यम जाड दाणे. |
२० ते २५ |
फुले विक्रांत |
म. फु. कृ. वि. राहुरी |
२०१७ |
६० |
१०० ते ११० |
मर रोगास प्रतिकारक्षम वाण.. |
२० ते २२ |
फुले विक्रम |
म. फु. कृ. वि. राहुरी |
२०१६ |
६० |
९६ ते ११२ |
झाडाची उचीं ५५ सें.मी., मध्यम आकाराची पाने, मध्यम उंच वाढ, मध्यम आकाराची घाटे व तपकिरी दाणे, २ दाणे प्रती घाटा, यांत्रिक पध्दतीने काढणे सोइस्कर, मर रोग प्रतिकारक. |
१६ ते २२ |
बी डी एन जी के-७९८ |
व. ना. म. कृ. वि., परभणी |
२०१३ |
७५ |
११० ते ११५ |
कोरडवाहु व बागायती लागवडीस योग्य, मर रोगास प्रतिकारक, टपोरे दाणे, दाण्यांचा रंग पांढरा. |
१६ ते १८ |
राजविजय-२०२ |
आर. व्ही. एस. कृ. वि. वि., ग्वॉलियर |
२०१५ |
६० |
१०५ ते ११० |
झाडाची उंची ४६ सें. मी., लव असलेली पाने, निमपसरी वाढ, गडद गुलाबी फुले, मध्यम आकाराची घाटे, तपकिरी गोलाकार गुळगुळीत दाणे. |
२० ते २२ |
कृपा (बोल्ड) |
म. फु. कृ. वि. राहुरी |
२००९ |
७५ |
१०५ ते ११० |
जास्त टपोरे घाटे असणारा काबुली वाण, दाणे सफेद पांढ-या रंगाचे, |
१८ ते २० |
दिग्वीजय |
म. फु. कृ. वि., राहुरी |
२००६ |
६० |
१०५ ते ११० |
झाडाची उंची ३४ ते ४३ सें.मी., गर्द हिरवी पाने, निमपसरी वाढ, गुलाबी फुले, मध्यम टपोरा पिवळसर तांबुस दाणा, २ दाणे प्रती घाटा, ६७.४० टक्के डाळ उतारा, अधिक उत्पादन क्षमता, मर रोग प्रतिकारक. |
१४ ते १५ |
जॅकी-९२१८ |
डॉ. पं दे कृ वि., अकोला |
२००५ |
७५ |
१०५ ते ११० |
झाडाची उंची ४० सें.मी. जांभळट खोड, मोठी पाने, निमपसरी वाढ, गडद गुलाबी रंगाची फुले, सरासरी १ ते २ दाणे प्रती घाटा, मर रोग प्रतिकारक. |
१८ ते २० |
पीडीकेव्ही कनक |
डॉ. पं दे कृ वि., अकोला |
२०२० |
६० |
१०० ते ११० |
मध्यम टपोरा दाण्याचा वाण, लवकर व एकाच वेळी परिपक्व होणारा वाण, मर रोगास सहनशील, संरक्षीत ओलिताखाली लागवडीसाठी शिफारस |
२२ ते २५ |
|