पिकांचे / जातीचे नाव |
अधिसुचित संस्था |
प्रकाशित वर्ष |
बियाणे दर (किलो/हेक्टर) |
कालवधी (दिवस) |
वाणांचे गुणधर्म |
सरासरी उत्पन्न (क्विंटल/हेक्टर) |
जया |
आय आय आर आर, हैद्राबाद |
१९६८ |
७५ |
१२५ ते १३० |
उभट वाढ, कुसळ नसलेली, ओंबी घटट, पांढरा, लांब व जाड दाणा. |
५५ ते ६० |
इंद्रायणी |
ए आर एस, वडगाव, पुणे |
१९९३ |
६० |
१३५ ते १४० |
लांबट व सुवासिक दाणे, रासायनिक खतास उत्तम प्रतिसाद, मध्यम उंच वाढ. |
४० ते ४५ |
फुले समृध्दी |
म. फु. कृ. वि., राहुरी |
२००८ |
६० |
१२५ ते १३० |
झाडाची उंची ८७ सें.मी., हिरवट रंगाची फुले, उभी वाढ, न लोळणारी, पांढरा फुलोरा, घट्ट न झडणारी ओंबी, खोड किडा, करपा व पर्णकरपा रोगास मध्यम प्रतिकारक. |
४५ ते ५० |
एम टी यु-१०१० |
एन जी रंगा कृ. वि., आंध्र प्रदेश |
२००० |
७५ |
११० ते १२० |
झाडाची उंची ९० ते ९५ सें.मी., पानांचा रंग हिरवा, पांढरा फुलोरा, मध्यम फटवे, लांबट दंडाकृती दाणा, करपा रोगास व तुडतुडेी किडीस सहनशील. |
६० ते ६५ |
एम टी यु-१००१ |
एन जी रंगा कृ. वि., आंध्र प्रदेश |
१९९५ |
७५ |
१२० ते १३५ |
लांब व बारीक दाणे, रासायनिक खतास उत्तम प्रतिसाद, तपकिरी तुडतुडे किडीस व गाद माशीस अंशत: प्रतिकारक्षम. |
५० ते ६० |
पीकेव्ही एचएमटी |
डॉ. पं. दे. कृ. वि., अकोला |
२००८ |
७५ |
१३५ ते १४० |
झाडाची उंची ८५ ते ९० सें.मी., पिवळसर हिरवा रंग, कमी उंचीची न लोळणारी, पांढरा फुलोरा, तुरळक कुसळ असलेली घट्ट ओंबी, न झडणारी, करपा व कडाकरपा रोगास प्रतिकारक. |
४० ते ४५ |
बी ए आर सी केकेव्ही-१३ |
वि. कृ. सं. कें., कर्जत (बा. सा. को. कृ. वि., दापोली) |
२०२० |
६० |
१३० ते १३५ |
उंचीला छोटे, न लोळणारा, लहान पातळ धान्यासारखे, नत्रयुक्त खतांना प्रतिसाद देणारा वाण. |
४० ते ४५ |
भोगावती |
कृ. सं. कें., राधानगरी |
२००७ |
६० |
१३४ ते १३८ |
झाडाची उंची ८५ ते ९० सें.मी., हिरवट रंगाची फुटवे, मध्यम घट्ट ओंबी, लांबट बारीक सुवासिक दाणा, कडाकरपा रोगास मध्यम प्रतिकारक. |
३५ ते ४० |
कर्जत-१० |
वि. कृ. सं. कें., कर्जत (बा. सा. को. कृ. वि., दापोली) |
२०२० |
६० |
१४० ते १४५ |
न विस्कटणारे, खताला प्रतिसाद देणारा, लांब बारीक दाणा, उंच आणि न लोळणारा वाण, |
५० ते ५२ |
पीकेव्ही किसान |
डॉ. पं. दे. कृ. वि., अकोला |
२०१८ |
७५ |
१३० ते १३५ |
झाडाची उंची ९१ ते ९४ सें.मी., हिरवट रंगाची फुटवे, न लोळणारी, पांढरा फुलोरा तसेच मध्यम घट्ट न झडणारी ओंबी, करपा रोगास प्रतिकारक. |
४० ते ४२ |
सुवर्णा |
एन. जी. रंगा. कृ. वि., आंघ्र प्रदेश |
१९८० |
६० |
१४० ते १५० |
सर्व जमिनीस उपयुक्त, खोलगट बांध्यातील लागवडीस योग्य, भरघोस उत्पादकता, मध्यम बारीक दाणे. |
६३ ते ६४ |
कर्जत-२ |
वि. कृ. सं. कें., कर्जत (बा. सा. को. कृ. वि., दापोली) |
१९९६ |
६० |
१३५ ते १४० |
आकाराला बुटके, स्वयंपाकास चांगल्या गुणवत्तेसह लांब सडपातळ दाणे. |
४३ ते ४५ |
कर्जत-३ |
वि. कृ. सं. कें., कर्जत (बा. सा. को. कृ. वि., दापोली) |
१९९६ |
६० |
१२० ते १४० |
कोरडवाहु व बागायती लागवडीस योग्य, नत्र खतास उत्तम प्रतिसाद, आखुड व ठोकळ दाणे. |
४५ ते ५० |
कर्जत-५ |
वि. कृ. सं. कें., कर्जत (बा. सा. को. कृ. वि., दापोली) |
२००६ |
६० |
१२५ ते १३० |
झाडाची उंची ११० ते १२० सें.मी., पानांचा रंग हिरवा, पांढरा फुलोरा, लांबट जाड दाणा, पोह्रयासाठी उत्तम, विविध किडीस व रोगास प्रतिकारक. |
४३ ते ५३ |
कर्जत-७ |
वि. कृ. सं. कें., कर्जत (बा. सा. को. कृ. वि., दापोली) |
२००९ |
६० |
११५ ते १२० |
झाडाची उंची ९० सें.मी., पानांचा रंग हिरवा, बुटकी जात, पांढरा फुलोरा, लांबट जाड दाणा, भाकरी, चुरमुरा व पोह्रयासाठी उत्तम |
४५ ते ५० |
कर्जत-८ |
वि. कृ. सं. कें., कर्जत (बा. सा. को. कृ. वि., दापोली) |
२०१७ |
६० |
१४० ते १४५ |
न लोळणारे, न गळणारे वाण, सदर वाण ब्लास्ट, नेक ब्लास्ट रोगास मध्यम प्रतिकारक. |
३५ ते ४० |
कर्जत-९ |
वि. कृ. सं. कें., कर्जत (बा. सा. को. कृ. वि., दापोली) |
२०१७ |
६० |
१२० ते १२५ |
झाडाची उंची १०५ ते ११० सें.मी., हिरवट रंगाची पाने, बुटकी जात, पांढरा फुलोरा, लांबट मध्यम बारीक दाणा. |
४५ ते ५० |
रत्नागिरी-१ |
कृ. सं. कें., रत्नागिरी |
१९९० |
६० |
११० ते ११५ |
उंची मध्यम, लांबट जाड दाणे, फुटवे क्षमता भरपुर. |
४५ ते ५० |
रत्नागिरी-५ |
कृ. सं. कें., रत्नागिरी. |
२०१२ |
६० |
१२० ते १२५ |
झाडाची उंची ८५ ते ९० सें.मी., पानांचा रंग गडद हिरवा, पांढरा फुलोरा, करडया रंगाची ओंबी, पांढरा बारीक दाणा, तुडतुडी व कडाकरपा रोगास सहनशील. |
३६ ते ४० |
रत्नागिरी-६ |
ए आर एस, शिरगाव, जि. रत्नागिरी |
२०१९ |
६० |
१२० ते १२५ |
दाण्यांचा आकार मध्यम बारीक, खोड किडीस प्रतिकारक्षम. |
३५ ते ४० |
रत्नागिरी-७ |
ए आर एस, शिरगाव, जि. रत्नागिरी |
२०१९ |
६० |
१२० ते १२५ |
लवकर पेरणीस उपयुक्त, दाण्याचा रंग लाल, पुर्नलागवडीकरीता योग्य वाण, |
४५ ते ५० |
रत्नागिरी-२४ |
कृ. सं. कें., रत्नागिरी. |
२०१० |
६० |
११० ते ११५ |
झाडाची उंची ११० सें. मी., हिरवी सरळ पाने, दाणा मध्यम बारीक, भरपूर फुटवे, पांढरा फुलोरा, खरीप व रब्बी लागवडीस योग्य,. |
३५ ते ४० |
पीकेव्ही तिलक |
कृ. सं. कें., सिंदेवाही (डॉ. पं. दे. कृ. वि., अकोला) |
२०१९ |
७५ |
१३० ते १३५ |
भात मऊ, मोकळा व खाण्यास रूचकर, उशीरा येणारे वाण, मध्यम अमायलोसचे प्रमाण. |
३५ ते ४० |
सी ओ-५१ |
तामिळनाडू कृ. वि., कोईम्बतुर |
२०१७ |
६० |
१०० ते १०५ |
झाडाची उंची ९० ते १०० सें.मी., लांबट हिरवी पाने, पांढरा फुलोरा, फिक्कट हिरवी ओंबी, मध्यम बारीक दाणा, |
६० ते ६५ |
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